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मानव शरीर का सामान्य तापमान लगभग 98.6°F (37°C) होता है। जब शरीर का तापमान इससे अधिक हो जाता है, तो उसे बुखार कहा जाता है, जिसे चिकित्सकीय भाषा में हाइपरथर्मिया या पायरेक्सिया भी कहते हैं। यह शरीर की एक स्वाभाविक और रक्षात्मक प्रक्रिया है, जो हमें बैक्टीरिया, वायरस, फंगस और अन्य रोगाणुओं से लड़ने में मदद करती है।
बुखार वास्तव में शरीर की प्राकृतिक प्रतिक्रिया है, जो किसी संक्रमण या बीमारी के खतरे का संकेत मिलने पर सक्रिय हो जाती है। जब शरीर को बाहरी रोगाणुओं की उपस्थिति का अहसास होता है, तो उसकी रोग प्रतिरोधक प्रणाली (इम्यून सिस्टम) तापमान को बढ़ाकर उन्हें खत्म करने का प्रयास करती है। इसी कारण शरीर का तापमान बढ़ता है और बुखार होता है।
आमतौर पर बुखार तब माना जाता है जब शरीर का तापमान 100°F (37.8°C) या उससे अधिक होता है। हालांकि सिर्फ गर्म महसूस करना या पसीना आना ही बुखार नहीं है। शरीर में कमजोरी, कंपकंपी, सिरदर्द, और थकावट जैसे लक्षण भी बुखार के संकेत हो सकते हैं। लेकिन बुखार की सटीक पुष्टि थर्मामीटर से ही की जा सकती है, जिससे शरीर का वास्तविक तापमान पता चलता है और इलाज की दिशा तय की जा सकती है।
बार-बार बुखार आने के संभावित कारण:
जरूरी जांचें जो बार-बार बुखार में करानी चाहिए:
बार-बार बुखार की स्थिति में डॉक्टर कुछ जरूरी जांचें लिख सकते हैं, जिनसे रोग का सही कारण पता लगाया जा सके। यहां हम प्रमुख जांचों की सूची दे रहे हैं:
1. पूर्ण रक्त जांच (CBC)
2. मलेरिया और डेंगू टेस्ट
3. टाइफाइड जांच (Widal टेस्ट / टाइफी डॉट)
4. Urine Routine and Culture
5. Chest X-ray
6. टीबी जांच (Mantoux टेस्ट / TB PCR – GeneXpert)
7. ईएसआर और सीआरपी (ESR और CRP)
8. लिवर और किडनी की जांच (LFT और KFT)
9. थायरॉइड प्रोफाइल (TSH, T3, T4)
10. ब्लड कल्चर (Blood Culture)
बुखार की चिंता कब करनी चाहिए?
बुखार हर बार गंभीर नहीं होता, लेकिन कुछ स्थितियों में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी हो जाता है, खासकर बच्चों के मामले में। तेज़ बुखार की स्थिति और सतर्कता के लिए उम्र के अनुसार ध्यान देने योग्य बातें:
तेज़ बुखार में बच्चों को छूने पर शरीर गरम लगेगा, कंपकंपी, पसीना, और लाल गाल जैसे लक्षण हो सकते हैं। लेकिन यदि साथ में ये लक्षण दिखें, तो तुरंत चिकित्सा सहायता लें:
निष्कर्ष
बार-बार बुखार आना केवल एक सामान्य समस्या नहीं है; यह किसी छुपे रोग का संकेत हो सकता है। यदि आपको एक सप्ताह से अधिक समय तक या बार-बार बुखार आ रहा है, तो तुरन्त डॉक्टर से संपर्क करें और आवश्यक जांच कराएं। समय रहते किया गया निदान और उपचार आपको गंभीर बीमारियों से बचा सकता है।
स्वस्थ रहें, सतर्क रहें!
HOD, एक प्रमुख डायग्नोस्टिक और पैथोलॉजी संस्थान है, जिसके दिल्ली-एनसीआर में 11 से अधिक इंटीग्रेटेड सेंटर्स और 200+ ब्लड कलेक्शन सेंटर्स हैं। HOD हर उम्र के लिए उपयुक्त हेल्थ पैकेज प्रदान करता है।
HOD का फीवर केयर पैकेज उपलब्ध है, जिससे आप समय रहते बुखार की जांच करवा सकते हैं।
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Sources
https://my.clevelandclinic.org/health/symptoms/10880-fever